आज का सुख
आज से बढ़कर दूसरा कुछ भी नहीं हैं।
आज ही आज का सच हैं।
आज का कर्म ही कल का फल हैं।
आज की ख़ुशी आज की ही हैं।
इसलिए आज में ही जिए।
अपने आज में जितने रंग भर सकते हो
भर लो।
आज जो तुम्हें काम मिला हैं उसे पूरी
ईमानदारी से कर लो।
तुम यदि अपना आज पूरी तल्लीनता से
बिताओगे तो तुम्हारा कल निश्चय ही अच्छा
होगा।
दोनों कल का दुःख भुला दो और
आज को अपना बना लो
खुश रहने का यहीं रहस्य हैं।
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