कैसे जिए ?
जब थकान हो जाये
तब थोड़ा विश्राम करें
जब तनाव चला आये
तब विचार शुन्य हो जाये
जब बात हद से ज्यादा बढ़ जाये
तब शांत हो जाये
जब क्रोध आ जाये
तब उसे पी जाये
जब अविश्वास हो जाये
तब विश्वास के फल तोड़ लाये
जब उदास हो जाये
तब ईश्वर का स्मरण कर लें
जब आंनद का क्षण आये
तब खुलकर जी लें
जब दुःख आ जाये
तब सुख का क्षण याद कर लें
जब परेशानी आ जाये
तब साहस को बुला लें
जब विपत्ति आ जाये
तब धेर्य रख लें
जब शत्रु से सामना हो जाये
तब डटकर सामना कर लें
जब बीमारी आ जाये
तब उपचार करा लें
जब सब कुछ ठीक हो जाये
तब ईश्वर को धन्यवाद दे लें।
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