विचारो का झुण्ड निरंतर हम पर हावी रहता हे। दिन भर में हमारे मन में हजारो विचार आते हे।
उनमे से कुछ विचार बहुत अच्छे होते हे तो कुछ बहुत बुरे।
विचारो पर हमारा नियन्त्रण नहीं हे। यह बिन बुलाये मेहमान की तरह चले आते हे और हमारी दिनचर्या
को प्रभावित करने लगते हे।
हम दो प्रकार की दुनियाँ में रहते हे। एक हमारे (मन) बाहर की दुनियाँ और एक हमारे अंदर की दुनियाँ।
इन दोनों के बीच तालमेल बनाकर चलना ही सही रास्ता हे।
हम बुरे विचारो से बचे इसके लिए आवश्यक हे क़ि हम सदा अच्छा सोचें। अच्छी सोच से ही अच्छे विचारो
का जन्म होता हे।
दुनिया में निरंतर अच्छी बुरी घटनायें घट रही हे यदि आप बुरी घटनाओं पर अपना ध्यान केंद्रित करोगे तो
आप अच्छा जीवन कभी नहीं जी पाओगे।
हमारे आस पास एवं दुनियाँ में घटती घटनायें हमारे मन,मस्तिष्क,को गहराई तक प्रभावित करते है,
जिससे हमारे मन में अच्छे अथवा बुरे विचारो का जन्म होता हे।
अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में अच्छी आदते विकसित कीजिये। अच्छी पुस्तकें पढ़िए, व्यायाम कीजिये,
पैदल घूमने जाये कुछ समय के लिए अपने दिमाग को विश्राम दीजिये, स्वच्छ मनोरंजन कीजिये,
पशु, पक्षियों से मित्रता कीजिये।
इस तरह के बदलाव से आपको अपने जीवन में एक नया रास्ता दिखाई देने लगेगा।
आप एक सार्थक जिंदगी जी सकेंगे।
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