Wednesday, January 23, 2019

हौसला हे मन में

motivat poetry




हे जोश दिल में 
हौसला हे मन में 

सामने अदृश्य पथ है 
सूझे न कोई डगर है 
रख अपने पे यकीं 
रुक न तु ए पथिक 

हे जोश दिल में 
हौसला हे मन में 

सागर,पर्वत,नदियाँ 
और सघन वन भी 
तुझे न रोक पायेंगे 
तेरे इरादों की ठोकर 
से सब पिघल जायेंगे 

हे जोश दिल में 
हौसला हे मन में 

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